सबसे पहले आलू का छिलका उतार कर पतला पतला काट लें।
ध्यान रहे कि आलू के टुकड़े ज्यादा मोटे ना हो वरना तलने पर ये नहीं पकेंगे।
इसके अलावा, आलू से स्टार्च हटाने के लिए स्लाइस को पानी में धो लें।
अब छलनी की सहायता से अतिरिक्त पानी निकाल कर एक तरफ रख दें।
कुट्टू के पकौड़े के लिये कुट्टू के आटे का घोल (kuttu atta batter in hindi) बनाने के लिये, एक मिक्सिंग बाउल लें और उसमें कुट्टू का आटा, काली मिर्च पाउडर / लाल मिर्च पाउडर और सेंधा नमक डालें।
इसके अलावा, कटोरे में धीरे-धीरे पानी डालें और बिना किसी गांठ के चिकना घोल बनाने के लिए अच्छी तरह फेंटें।
इस बात का ध्यान रखें कि कुट्टू के आटे का बैटर न तो पतला हो और न ही बहुत गाढ़ा हो और पानी को मीडियम कंसिस्टेंसी के लिए एडजस्ट कर लें।
कुट्टू के पकोड़े तलने के लिए, एक कढ़ाई में पर्याप्त तेल गरम करें।
इसके बाद, कुछ कटे हुए आलू को तैयार कुट्टू के आटे के घोल (kuttu atta batter) में डुबोएं और इसे पूरी तरह से कोट करें।
बैटर में लिपटे आलू के स्लाइस को धीरे से गरम तेल में डालें।
साथ ही, बीच-बीच में चलाते हुए कुट्टू के पकोड़े तल लें।
फलहारी के पकौड़े (falahari pakode in hindi) को पलट दीजिए और कुट्टू के पकोड़े दोनों तरफ से अच्छे से पका लीजिए।
इन्हें गोल्डन ब्राउन होने तक फ्राई करें।
कुट्टू के पकौड़े (kuttu ke pakode in hindi) को अब्सॉर्बेंट पेपर पर निकालिये और अतिरिक्त तेल निकाल दीजिये।
आगे भी इसी तरह से नवरात्रि के लिए सारे कुट्टू पकौड़े (kuttu ke pakore in hindi) तैयार कर लीजिए।
अंत में, नवरात्रि व्रत के लिए कुट्टू के पकोड़े परोसने के लिए तैयार हैं।
इन कुट्टू के पकौड़े (kuttu pakoras in hindi) को धनिये की चटनी, इमली की चटनी और दही के साथ नवरात्रि के व्रत या किसी भी उपवास के दिन परोसिये और खाइये।